बलरामपुर। रविवार को जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत सिलाजू में 5 दिन से लापता युवक का जंगल में फांसी के फंदे से लटका हुआ शव मिला। 23 वर्षीय महेंद्र गोंड़ मानसिक रूप से कमजोर था। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। गांववालों के द्वारा सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया है।
5 दिन से लापता था युवक: मिली जानकारी के अनुसार रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत सिलाजू में 5 दिन से लापता महेंद्र गोंड़ का शव रविवार करीब 11 बजे जंगल में फांसी के फंदे से लटका हुआ शव मिला। घर से घटनास्थल की दूरी लगभग 3 किमी थी। गांववालों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
मानसिक रूप से कमजोर था युवक: मृतक के भाई राजेंद्र गोंड़ ने बताया कि मेरा भाई मानसिक रूप से कमजोर था। बुधवार की सुबह करीब 7 बजे घर से लापता था। आज रविवार को गांववालों के द्वारा सूचना मिली की फांसी लगा लिया है। वहां जंगल में पहुंचा तो देखा पेड़ में फांसी लगा कर आत्महत्या कर लिया है। पहले भी कई बार घर से भागा था। एक हफ्ते बाद खोजकर लाए थे।
रामचंद्रपुर थाना प्रभारी दिवेंद्र टेकाम ने ऑफबीट के संवाददाता को बताया कि इस पूरे मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से मौत का कारण पता चल पाएगा।
60% बॉडी हो चुका था डीकम्पोजड: डॉ. सृष्टि कच्छप ने इस संबंध में बताया कि बॉडी लगभग 60 प्रतिशत डीकम्पोजड हो चुका था। शव लगभग 5-7 दिन पुराना था। बॉडी में फांसी का फंदा लगा हुआ था। जांच के बाद ही मौत का कारण पता चल पाएगा।
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