रांची, एजेंसी। निम्न दबाव का क्षेत्र, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और डिप्रेशन की वजह से झारखंड में शुक्रवार को भारी बारिश हुई। दुमका जिले के बासुकिनाथ में रेल पटरियां जलमग्न हो गईं। राजधानी रांची के सिर्फ एक इलाके में 100 से अधिक घरों में बारिश का पानी घुस गया। लगातार हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन का क्षेत्र है। यह जल्द ही पश्चिम-पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 24 घंटे में इसके झारखंड और उससे सटे इलाकों में डिप्रेशन में तब्दील हो जाने की उम्मीद है। उन्हाेंने कहा कि समुद्र तल से एक मानसून ट्रफ बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, सीधी की ओर बढ़ रहा है। लो प्रेशर एरिया का केंद्र पश्चिम बंगाल का गांगेय क्षेत्र और उससे सटे झारखंड से होते हुए सागरद्वीप और फिर दक्षिण पूर्व की ओर होते हुए बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ रहा है।
अभिषेक आनंद ने बताया कि मौसम केंद्र ने चार अगस्त तक के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। तीन अगस्त के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट, तो चार अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
दुमका जिले के प्रसिद्ध बासुकिनाथ में भी शुक्रवार को मूसलाधार बारिश हुई। इसकी वजह से सुबह 10 बजे ही रेल पटरियां जलमग्न हो गईं। इसकी वजह से इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। श्रावणी मेला की वजह से काफी संख्या में लोग ट्रेन से यहां आते हैं और फौजदारी बाबा बासुकिनाथ को जलार्पण करते हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि तीन अगस्त को कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, रामगढ़, रांची, खूंटी और सिमडेगा में कुछ जगहों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं, देवघर और जामताड़ा जिले में कई जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है। चार अगस्त को गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
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