रांची। रांची के बिरसा चौक पर प्रशासन अधिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चला रहा है। दो दिनों से अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है। रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर घर बनाये लोगों को हटाया गया। हटिया -रांची के बीच दूसरी रेल लाइन बिछेगी ।
कई कच्चे और पक्के मकानों पर चला बुलडोजर
अतिक्रमण अभियान के दौरान कुल 53 कच्चे और पक्के मकानों को तोड़ा गया है। तीन बुलडोजर इस काम में लगे थे। इस दौरान जिनका घर टूट रहा था उन्होंने रोकने की कोशिश की लेकिन प्रशासन उन्हें हटने का नोटिस दिया था।
ठंड के मौसम में कहां खोजे दूसरा ठिकाना ?
आंखों के सामने घर टूटता देख घर में रहने वाले लोग फूट- फूट कर रोने लगे। कई लोगों ने किसी तरह अपने घर का सामान निकाला। ठंड के इस मौसम में कहां जाएगें ऐसे कई सवाल अतिक्रमण मुक्त करने आये अधिकारियों से भी लोग कर रहे हैं। गांव छोड़कर रोटी के लिए शहर आये, अब किराये के मकान के लिए नहीं है पैसा विकास लंबे समय से इस इलाके में रहते हैं, अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ यहीं रहते थे लेकिन अब मकान टूट जाने के बाद इनका कोई ठिकाना नहीं, कहते हैं गांव नहीं लौट सकते क्योंकि गांव से शहर रोजगार की तलाश में आये थे। गांव में रोटी मिलती तो शहर में इस तरह आशियाना क्यों बनाते। पैसे इतने नहीं कमा पाते कि किराया का मकान ले सकें। कम से कम तीन हजार रुपए लगेंगे।
अतिक्रमण हटाओ का दायरा और बढ़ेगा, इन इलाकों में भी टूटेंगे घऱ
दूसरे दिन भी अभियान जारी रहा, कार्रवाई से पहले लोगों को नोटिस दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि समय देने के बाद भी जिन्होंने घर नहीं खाली किए हैं उनके घर तोड़े गये हैं। रेलवे आरपीएफ सिक्योरिटी कमिश्नर पवन कुमार ने बताया कि 14 नवंबर को 24 लोगों को नोटिस दिया गया था. अब कार्रवाई हो रही है। यह कार्रवाई यहीं तक सीमित नहीं है अब कार्रवाई रांची- नामकुम की ओर बढ़ेगी. यहां रेलवे की लगभग 4 एकड़ जमीन अवैध कब्जे में है।
सड़क पर लगने वाली अवैध दुकानें पर भी चलेगा प्रशासन का डंडा
दूसरी तरफ रांची नगर निगम ने कचहरी चौक से लेकर सर्जना चौक तक सड़क पर किसी प्रकार की दुकान लगाने पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद भी सड़क के दोनों तरफ दुकानें लग रही है। शहीद चौक के इलाके में भी दुकानें लगने लगी है। इसे लेकर भी प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है और कई दुकानदारों का सामान जब्त कर लिया है।