पटना: दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में कोरोना के नए वैरियंट के मामले बढ़ने के साथ ही राजधानी का स्वास्थ्य महकमा सावधान हो गया है। इसे देखते हुए पटना जंक्शन और एयरपोर्ट समेत विभिन्न अस्पतालों में कोरोना की जांच तेज कर दी गई है।
पटना में मंगलवार को दो नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही, जिले में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 16 हो गई है। सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि सभी मरीजों में कोरोना के हल्के लक्षण हैं और सीटी वैल्यू 25 या उससे अधिक है। इस कारण किस वैरियंट के मरीज मिल रहे हैं। अभी इसकी जानकारी नहीं है।
डॉक्टर ने बताया कि सभी मरीज सामान्य हैं और होम आइसोलेशन में स्वस्थ हो रहे हैं। अभी जिले में कोरोना का खतरा नहीं है। केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशानुसार आइसीयू और आइसोलेशन वार्ड को तैयार रखने के साथ सभी आशंकितों की जांच कराने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच संख्या बढ़ाकर तीन हजार से अधिक कर दी गई है। प्रखंड स्तर पर चिकित्सा पदाधिकारियों से आमजन खासकर सर्दी-खांसी से पीड़ितों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
किशोरी और दो युवक स्वाइन फ्लू से संक्रमित
पटना की एक किशोरी समेत स्वाइन फ्लू के तीन मरीज मंगलवार को मिले। अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. कृष्णा पांडेय ने बताया कि सिविल सर्जन स्तर से मिले नौ नमूनों में वायरोलाजी लैब में हुई जांच में तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई।
उन्होंने बताया कि संपतचक की 11 वर्षीया किशोरी, पटना के 29 और 48 वर्षीय युवक की स्वाइन फ्लू की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इन सभी में खांसी, सर्दी, बुखार के लक्षण हैं। चिंता की कोई बात नहीं है। निदेशक ने बताया कि तीन और नमूनों की जांच जारी है। इसकी रिपोर्ट बुधवार को प्राप्त होगी।
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