छतरपुर। बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई शालिगराम गर्ग को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। आरोपी शालिगराम जेल जाएगा या नहीं, इस पर कोर्ट कुछ ही देर में फैसला लेगी। छतरपुर जिला कोर्ट के वकील वशिष्ठ नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि अभी सुनवाई चल रही है। कोर्ट परिसर में छतरपुर जिले के तीन थानों बमीठा, सिविल लाइन और सिटी कोतवाली पुलिस मौजूद है।
शालिगराम उर्फ सौरव गर्ग पर पुलिस ने 9 दिन पहले FIR दर्ज की थी। उसका एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वह सिगरेट पीते हुए और हाथ में कट्टा लेकर एक शादी समारोह में लोगों को धमकाता नजर आया था। पुलिस ने एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस के अनुसार पिछले दिनों शालिगराम गर्ग का एक शादी समारोह में लोगों को धमकाते वीडियो वायरल हुआ था। इसी वीडियो और परिवार की रिपोर्ट के आधार पर शालिगराम गर्ग पर मारपीट, धमकाना, जान से मारने की धमकी, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इसकी जांच एसडीओपी खजुराहो को सौंपी गई थी। परिवार के बयान के आधार पर मामले में आर्म्स एक्ट की धाराएं बढ़ा दी गई थीं। मामले में गुरुवार को मुख्य आरोपी शालिगराम गर्ग एवं राजाराम तिवारी को गिरफ्तार करके कोर्ट में न्यायिक हिरासत के किए प्रस्तुत किया गया है।
अब जानिए क्या है पूरा मामला
छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में 11 फरवरी को अहिरवार समाज के एक परिवार में बेटी की शादी थी। परिवार ने पहले बागेश्वर धाम के सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी के लिए आवेदन दिया था, लेकिन बाद में निजी कार्यक्रम करने का फैसला किया। शादी 11 फरवरी को थी, इस बात का पता चलने पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का छोटा भाई शालिगराम रात करीब 12 बजे अपने कुछ साथियों के साथ शादी समारोह में पहुंच गया। यहां उसने उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ की और वहां मौजूद लोगों को धमकाया। डरे-सहमे परिवार के लोगों ने शादी रोक दी। बारात लौट गई और रिश्तेदार भी चले गए। हालांकि, काफी समझाइश के बाद शादी उसी रात हो गई। वहीं पं. धीरेंद्र शास्त्री के भाई का वीडियो वायरल होने और भारी जन आक्रोश के बाद पुलिस ने FIR दर्ज की थी। आरोपी तभी से फरार था, जिसकी गुरुवार को गिरफ्तारी हो गई।
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