रायपुर : देशभर के लोग बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज को संत मानकर पूजते हैं। मगर पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज संत नहीं हैं। ये खुद उन्होंने स्वीकारते हुए कहा है। बीते 17 जनवरी से रायपुर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज राम कथा करने पहुंचे हैं। ये कार्यक्रम 23 जनवरी तक शहर के गुढ़ियारी इलाके में चलेगा। इस बीच पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज पर अंधविश्वास फैलाने के आरोप भी लग रहे हैं। इनका जवाब देने मीडिया के सामने आए, बाबा जी ने कहा- मैं कभी नहीं कहता कि मैं कोई संत हूं, मैं साधारण आदमी हूं। हम संत नहीं है, हम ये बात लोगों से कहते हैं। हमारे वीडियोज के शुरू में सूचना दिखाई जाती है जिसमे हम ये स्पष्ट कर देते हैं। हम ये भी कहते हैं कि हमारे पास मत आइए हनुमान जी से जुड़िए, हम कोई संत नहीं है, साधारण मानव हैं। लेकिन सच्चे सनातनी हैं। हम किसी चमत्कार का दावा नहीं करते हैं। हमारे पास गुरु की कृपा है उनकी कृपा से जो हमें प्रेरणा मिलती है लोगों को बता देते हैं।
अंधविश्वास फैलाने के आरोप पर बोले
पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज पर नागपुर के सामाजिक कार्यकर्ता श्याम मानव ने अंध विश्वास फैलाने का दावा किया। श्याम मानव ने ये भी कहा कि उनके बताए लोगों के बारे में अगर पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज 90 प्रतिशत सही जवाब दे पाए तो वो उन्हें 30 लाख का कैश इनाम देंगे। इसके जवाब में पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने कहा कि हमें उनका चैलेंज स्वीकार है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने कहा – भूत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे क्या ये कहना अंधश्रद्धा है। हमनें महाराष्ट्र में कानून का उलंघन नहीं किया न करेंगे। यदि श्याम मानव को भगवान को अनुभव करना है दो दिन का दरबार लगा था नागपुर में ही वो नहीं आए। रायपुर में 20 और 21 को दरबार है, किराया हम देंगे वेलकम टू रायपुर, जो प्रेरणा लगेगी बताएंगे। हमें ईष्ट पर भरोसा है। चुनौती स्वीकार है।
हमारे बारे में अफवाह फैलाई
पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने कहा कि नागपुर के श्याम मानव पर केस होना चाहिए। उन्होंने हमारे बारे में अफवाह फैलाई कि हम सभा छोड़कर भाग गए। हमने अपने सभी कार्यक्रम दो दिन कम कर दिए थे। 7 दिन वहां सभा हुई वो नहीं आए। हमारे पास प्रमाण है। ये झूठ फैलाना बंद करें कि हम भाग गए।
न दावा न बुलावा
धीरेंद्र कृष्ण ने कहा – हमारा कोई दावा नहीं कि हम समस्या खत्म कर देंगे। हम कोई दक्षिणा नहीं लेते कोई शुलक नहीं लेते। हमें हनुमान जी ने चुना है। हम कोई चमत्कारी नहीं हैं। संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत हमें मौलिक अधिकार है। हम उसके तहत अपने ईष्ट का प्रचार कर रहे हैं। हम किसी को बुलावा नहीं भेजते जिसकी इच्छा हो आए न हो न आए।
उन्होंने आगे कहा कि भारत देश में चादर चढ़ाना श्रद्धा है, कैंडल जलाना श्रद्धा है। मगर बालाजी के नाम से लोगों को जोड़ना अंध श्रध्दा है? इतना दोगलापन कहां से लाते हो। हम नहीं कहते कि हम ईश्वर हैं, ये भी नहीं कहते हैं कि चमत्कार है। एक साधना के नाते ध्यान करते हैं जो प्रेरणा लगती है लोगों को बता देते हैं। रायपुर में खुला दरबार लगेगा जिन्हें समस्या है वो आएंगे अनुभव करेंगे तो फिर किसी भी दरबार के लिए नहीं बोलेंगे। ये साजिशे चल रही है हम तो काम करेंगे अपना सनातन को गिराने के लिए कितने लोग लगे हैं उनको धन्यवाद है।
राजनीति से हमें कोई लेना देना नहीं
पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने रायपुर में बताया कि वो किस पार्टी को सपोर्ट करते हैं। पत्रकारों सवाल के जवाब में उन्हाेंने खुद को बजरंग बली का सेवक बताया उन्होंने कहा कि राजनीति से उन्हें कोई लेना देना नहीं है। हमारे नेता बजरंग बली हैं, हमारी पार्टी का नारा है जो राम का नहीं किसी काम का नहीं, गदा उसकी निशानी है, पार्टी का नाम है वीर बजरंगी पार्टी।
बच्चे तो तीन अच्छे, एक एक्स्ट्रा सनातन धर्म के लिए
अक्सर जन संख्या नियंत्रण कानून पर धार्मिक हस्तियां बहस करती दिखती हैं। इस पर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि सरकारें तो दो बच्चों की बात करते हैं हम कहते हैं बच्चे तीन होने चाहिए। एक एक्स्ट्रा सनातन धर्म के लिए होना चाहिए। देश में जनसंख्या कानून भी लागू होना चाहिए।
संतों को टारगेट करने फंडिंग हो रही है
पंडित धीरेंद्र कृष्ण ने कहा संतों को घेरने के लिए बड़ी-बड़ी मिश्नरियां लगी हैं। ये पोषित लोग हैं इनको फंडिंग हो रही है संतों को टारगेट करना है यही इनका काम है। देश में दो तरह के लोग हैं एक जो बागेश्वर के साथ हैं दूसरे जो खिलाफ लोग हैं। वर्तमान में रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला बताया जा रहा है जहर फैलाने वाला बताया जा रहा है हिंदू चुपचाप बैठा है। एक शिक्षा मंत्री महोदय ऐसा बयान दिया है हमें तो हंसी आ रही है इनको किसने बना दिया।
रात के एक बजे तक चला दरबार
रायपुर में देर रात करीब 1 बजे तक पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज का दरबार लगा रहा। वो लोगों के सवालों के जवाब देते रहे। बड़ी भीड़ उन्हें आधी रात तक सुनती रही। आयोजन से जुड़े लोगों ने बताया कि ये धार्मिक प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम था। लोगों के धर्म और परंपराओं से जुड़े सवालांे के जवाब पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज देते रहे।
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