हजारीबाग : हजारीबाग में ठंड का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. पिछले तीन दिनों से शहर से लेकर गांव कोहरे की चादर में सिमटा हुआ है. शीतलहरी में प्राइमरी स्कूल के नौनिहालों को राहत जरूर मिल गई है, लेकिन मिडिल और हाई स्कूल के बच्चे आहत हैं. उनके अलावा शिक्षकों को भी ठंड से राहत नहीं दी गई है. न ही विद्यालय की अवधि में कोई परिवर्तन किया गया है. ऐसे में उन्हें ठंड झेलते हुए न सिर्फ स्कूल जाना है, बल्कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों को बच्चों को मध्याह्न भोजन भी करना है. शिक्षा सचिव के. रवि कुमार के आदेश के बाद प्राइमरी स्कूल की कक्षाएं आठ जनवरी तक स्थगित कर दी गई हैं.
हालांकि इसका अनुपालन कई प्राइवेट स्कूलों ने अब तक नहीं किया है. हजारीबाग का पारा छह डिग्री पहुंच गया है और विजिबलिटी 40 मीटर से भी कम रह रही है. ऐसे में दिन में भी लोग वाहनों में लाइट जलाकर चल रहे हैं. पिछले तीन दिन से सूर्य भी दिखाई नहीं दे रहा. कहीं-कहीं अलाव की व्यवस्था की गई है. हड्डियां छेद देनेवाली इस ठंड में गरीबों खासकर फुटपाथ पर गुजर-बसर करनेवालों की परेशानियां बढ़ गई हैं. लोग दिन में घरों से निकलने में गुरेज कर रहे हैं. शहर में शाम सात बजे तक सन्नाटा पसर जा रहा है. इक्के-दुक्के लोग ही सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं. इसका प्रभाव व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. गांव-देहात से सब्जी विक्रेता भी शहर में नहीं पहुंच रहे हैं.
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