रांची : आज से झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। यह 23 दिसंबर, 2022 तक चलेगा. इस दौरान हेमंत सरकार को विपक्ष खान-बालू घोटाला, स्थानीयता, नियोजन नीति और भ्रष्टाचार के साथ-साथ साहिबगंज में हुए हत्या को लेकर घेरने के मुड में है। इन्हीं सब विषयों को लेकर भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। जहां पार्टी के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने कहा कि इस सत्र में हेमंत सोरेन सरकार की जनविरोधी और संविधान विरोधी नीतियों को जोरदार विरोध किया जाएगा।
पक्ष भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार
विपक्ष के सभी आरोपों और सवालों का मजबूती के साथ जवाब देने के लिए पक्ष तैयार है। विपक्ष के मुद्दों को लेकर यूपीए विधायक दल की बैठक सीएम आवास में हुई। जहां कांग्रेस, झामुमो और राजद के विधायक शामिल हुए। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के हर आरोप का गठबंधन सदस्य मजबूती से जवाब देंगे।
ये विधेयक हो सकते हैं पेश
बाबू दिनेश सिंह विश्वविद्यालय विधेयक 2022
जैन विश्वविद्यालय विधेयक 2022
झारखंड उत्पाद संसोधित विधेयक 2022
झारखंड नगरपालिका संसोधन विधेयक 2022
शीतकालीन सत्र का शेड्यूल
पहला दिन (19 दिसंबर, 2022) : शीतकालीन सत्र के पहले दिन शोक प्रकाश कर दिवंगत को श्रद्धांजलि दी जाएगी. वहीं, अगर हो सके तो राज्यपाल के आध्यादेश की प्रति सदन पटल पर रखी जाएगी.
दूसरा दिन (20 दिसंबर, 2022) : सत्र के दूसरे दिन हेमंत सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 का दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी. इस सत्र में प्रश्नकाल का भी आयोजन होगा. इसमें 13 दिसंबर, 2022 तक प्राप्त प्रश्नों को अल्पसूचित किया जाएगा.
तीसरा दिन (21 दिसंबर, 2022) : सत्र के तीसरे दिन दूसरे अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी. वहीं, प्रश्नकाल भी होगा. इस दौरान गत 14 दिसंबर, 2022 तक प्राप्त प्रश्नों को अल्पसूचित किया जाएगा.
चौथा दिन (22 दिसंबर, 2022) : सत्र के चौथे दिन प्रश्नकाल के साथ राजकीय विधेयक समेत अन्य राजकीय कार्य भी हो सकता है. इस दौरान गत आठ दिसंबर, 2022 तक प्राप्त तारांकित प्रश्न और 15 दिसंबर, 2022 तक प्राप्त प्रश्नों को अल्पसूचित किया जाएगा.
पांचवा दिन (23 दिसंबर, 2022) : शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन प्रश्नकाल के अलावा राजकीय विधेयक एवं अन्य राजकीय कार्य (अगर हो) एवं गैर सरकारी सदस्यों का कार्य (गैर सरकारी संकल्प) होगा. इस दौरान गत नौ दिसंबर, 2022 तक प्राप्त तारांकित प्रश्न और 16 दिसंबर, 2022 तक प्राप्त प्रश्नों को अल्पसूचित किया जा सकता है.