वाराणसी। जिले के दशाश्वमेध घाट से सटे मानमंदिर घाट के ठीक सामने गंगा नदी में एक बड़ा नाव हादसा टल गया। शुक्रवार को यात्रियों से भरी बड़ी नाव छोटी नाव से टकरा गई। हादसे में छोटी नाव असंतुलित होकर पलट गई। नाव में 6 लोग सवार रहे। हादसे से नदी में चीख पुकार मच गई। आनन—फानन में जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
लाइफ जैकेट ने बचाई सभी यात्रियों की जान
हादसे के वक्त सभी यात्री लाइफ जैकेट पहने हुए थे, जिससे वे पानी में बहने से बच गए। जैसे ही नाव पलटी, आसपास मौजूद नाविकों ने तत्परता दिखाते हुए सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालना शुरू कर दिया। तब तक एनडीआरएफ और जल पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंचे और सभी को सुरक्षित किनारे पर पहुंचाया। हादसे के बाद घाट पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई, लेकिन रेस्क्यू टीम की मुस्तैदी से सभी सवार बच गए। सूचना पाकर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल,अपर पुलिस आयुक्त डॉ. एस. चिनप्पा भी मौके पर विशेष स्टीमर से पहुंच गए। अफसरों ने राहत बचाव कार्य की जानकारी ली।
हादसे के बाद पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने निर्देश दिया कि अब शाम पांच बजे के बाद गंगा में कोई भी नाव नही चलेगी। इसके अलावा उन्होंने चप्पू नौकाओं के संचालन को भी बंद करने का निर्देश दिया है। यह आदेश सुरक्षा के दृष्टिकोण से दिया गया है।
अपर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बड़ी नाव पर 58 लोग और छोटी नौका पर 6 लोग सवार रहे। टक्कर में छोटी नाव पलट गई। रेस्क्यू टीम ने छोटी नौका पर सवार सभी लोगों को गंगा से सुरक्षित निकाल लिया। उन्होंने बताया कि हादसे में दो यात्रियों को प्राथमिक उपचार के लिए कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल भेजा गया। दोनों नाव संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उधर, प्रशासन की ओर से यात्रियों से सतर्क रहने और नाविकों से भी अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की गई है। जिला प्रशासन ने गंगा में नाव संचालन को लेकर सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने का निर्देश दिया है। वहीं, यात्रियों से अपील की गई है कि वे केवल अधिकृत नावों से यात्रा करें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
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