हजारीबाग। हजारीबाग के डीएसई संतोष गुप्ता के खिलाफ शिक्षक समन्वय समिति ने मोर्चा खोल दिया है। समिति ने डीएसई पर भ्रष्टाचार, तानाशाही और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। सहायक अध्यापकों को न्याय दिलाने के लिए विभिन्न शिक्षक संघ एक मंच पर जुटे। शिक्षक समन्वय समिति के बैनर तले हजारीबाग के मुद्रिका कुंज में 13 जनवरी की शाम प्रेसवार्ता में अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि डीएसई दलालों से घिरे हुए हैं और उन्हीं के इशारों पर काम करते हैं।
उन्होंने ‘डीएसई भगाओ, हजारीबाग की शिक्षा बचाओ’ का नारा बुलंद किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से डीएसई अवैध वसूली करने के लिए शिक्षकों को निशाना बनाते हैं। उन्होंने इचाक के शिक्षक भीमलाल को सिर्फ इसलिए सस्पेंड कर दिया कि उनके स्कूल में गंदगी पायी गई। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या एक ही स्कूल में गंदगी है। उन्होंने पोशाक घोटाले, शिक्षकों के कार्यों, पेंशन आदि में बिचौलियों के माध्यम से अवैध वसूली का डीएसई पर आरोप लगाया।

झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि आखिर क्या वजह है कि फरवरी 2023 से 18 दिसंबर 2023 तक आफलाइन और आनलाइन अवकाश पंर बात नहीं हुई। लेकिन 19 दिसंबर 2023 को जैसे ही सहायक अध्यापक रांची आंदोलन में गए, उनके आफलाइन आवेदन को असंवैधानिक बता उनके मानदेय से रिकवरी की जाने लगी। वह भी सिर्फ चुनिंदे शिक्षकों को निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार का आदेश हर किसी पर लागू होता है। क्या डीएसई समेत अन्य अफसर आनलाइन अवकाश की मंजूरी देते हैं। अगर नहीं, तो उनका वेतन भी रिकवरी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि जिस देश के प्रधानमंत्री स्वयं को सेवक कहते हैं, हजारीबाग के डीएसई शिक्षकों को गुलाम और खुद को मालिक मानते हैं। पोशाक व अन्य घोटाले से ध्यान भटकाने के लिए यह सब अनर्गल कार्रवाई कर रहे हैं। डीसी चैंबर में चार-चार जनप्रतिनिधियों के रहते जिस बात पर सहमति बनती है, उसकी सरासर अवहेलना करते हैं।
झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजय दूबे ने कहा कि डीएसई की मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना से शिज्क्षकों का अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। वह चापलूसों के बहकावे में चुनिंदा शिक्षकों को टारगेट कर उन पर कार्रवाई कर रहे हैं। डीएसई का तानाशाह रवैया नहीं चलने देंगे। उन्होंने कहा कि अन्याय का जोरदार विरोध करेंगे।
मोर्चा के जिलाध्यंक्ष चंदन मेहता ने कि डीएसई कुछ दलाल शिक्षकों, कर्मियों और बीइइओ से घिरे हैं और उन्हीं के बहकावे पर काम करते हैं। शिक्षक समन्वय समिति इसके लिए 16 जनवरी को डीसी से मुलाकात कर तमाम मुद्दों पर वार्ता करेगी। वहां सुनवाई नहीं हुई, तो सरकार से डीएसई को हटाने की मांग रखी जाएगी। इस मामले पर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
प्रेसवार्ता में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो.अतिकुज्जमा, महासचिव कुमार सतपाल, अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के धीरज कुमार, विनोद रंजन, राजेंद्र कुमार सिन्हा,विनय सिंह, अशोक कुमार, प्रेम राणा, झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ फहमिदा खातून, वासिफ जहीर हसन, प्रेम प्रसाद राणा, गोप गुट के शिवशंकर पाठक, झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप पांडेय, कोषाध्यक्ष प्रमोद मेहता, प्रवीण पांडेय, भोला राणा, सुभाष मेहता, एससी कल्याण शिक्षक संघ के सतेंद्र कुमार दीपक, बैजू राम, अजयं कुमार बैठा समेत कई शिक्षक मौजूद थे।
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