बलरामपुर, विष्णु पांडेय। छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम अपने भाषण में रायपुर से रामानुजगंज तक उत्कर्ष योजना के तहत चांदी की सड़क बनवाने का ऐलान किए थे लेकिन आज भी एनएच 343 अपनी बदहाली पर रो रहा है। रामानुजगंज से बलरामपुर तक सड़क में इतने गहरे गढ्ढे है जिसके कारण आवागमन को लेकर लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इन गहरे गढ्ढों के कारण कई लोगों ने तो जान तक गंवा दिए है। प्रतिदिन लोग सड़क दुर्घटना के शिकार हो रहे है। सड़क की बदहाली से लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी मुद्दे को लेकर रामानुजगंज के युवा राहुल जीत सिंह अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे है।
मीडिया से बातचीत के दौरान राहुलजीत ने बताया कि, एनएच 343 से होकर मंत्री और अधिकारी लगातार गुजर रहे है। हालत पता होने के बाद भी वे चुप है। एनएच 343 की जर्जर हालत को लेकर लोग काफी आक्रोशित है। मेरा उद्देश्य अब परिवर्तन लाना है। मेरा अनशन सड़क की मरम्मत को लेकर है। अभी जो एनएच की स्थिति है उसको बेहतर किया जाए। जानलेवा गढ्ढों को भरा जाएं। उन्होंने कहा अनशन का उद्देश्य सरकार का ध्यान इस ओर केंद्रित करना है और जबतक इस मांग को पूरा नहीं किया जाएगा तबतक मैं अनशन पर बैठा रहूंगा।
आपको बता दें, झारखंड के गढ़वा जिले से छत्तीसगढ़ सरगुजा जिले के अंबिकापुर तक जोड़ने वाली एनएच 343 आज अपनी बदहाली पर रो रही है। इसके कारण आए दिन कई लोग इसके भेंट चढ़ जाते है। लगभग प्रतिदिन लोग सड़क दुर्घटना के शिकार हो रहे है। कई जगह तो दो-दो फीट के गढ्ढे है। जिसमें अगर बाइक या कार आई तो गाड़ी समेत वाहन सवार के भी नट वोल्ट ढीले हो जाएंगे।
रायपुर से रामानुजगंज तक चांदी की सड़क बनवाएंगे: मंत्री
आज से करीब दो माह पूर्व अपने भाषण में छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा था, उत्कर्ष योजना के तहत 80 हजार करोड़ से ऊपर का यह योजना शुरू हो रहा है। जिसमें राजधानी रायपुर से लेकर रामानुजगंज तक चांदी की सड़क बनेगी। इस भाषण के बाद बलरामपुर जिले के लोगों में एक उम्मीद जागी थी लेकिन अब यह भी धूमिल होते दिख रही है।
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