हजारीबाग। जेएसएससी सीजीएल परीक्षा रद्द करने व झारखंड में हो रही भर्तियों में धांधली रोकने की मांग पर विद्यार्थियों का हजारीबाग बंद का आंशिक असर रहा। इस दौरान जाम हटाने के लिए पुलिस को लाठियां चटकानी पड़ी। हजारीबाग में मंगलवार को जगह-जगह प्रदर्शन के दौरान आगजनी कर हेमंत सरकार के खिलाफ अभ्यर्थियों ने विरोध जताया। सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने भी आंदोलन को समर्थन दिया।
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग जेएसएससी की ओर से आयोजित सीजीएल परीक्षा में लगातार अनियमिताए और झारखंड की विभिन्न भर्तियों में हो रही धांधली के खिलाफ विद्यार्थियों ने सड़क पर उतर कर सरकार का विरोध करते हुए मंगलवार को हजारीबाग बंद का आह्वान किया। बंद के दौरान विद्यार्थियों ने भारत माता चौक पर धरना प्रदर्शन कर कई घंटों तक यातायात बाधित रखा। एन एच जाम होने के कारण आने जाने वाले को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा, इतना ही नहीं घंटों सभी जाम में फंसे रहे।
शाम होने के साथ ही एसडीओ अशोक कुमार, एसडीपीओ अमित आनंद ,मुफ्फसिल थाना प्रभारी कुणाल किशोर जाम स्थल पहुंच कर लोगो से वार्ता कर जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन वार्ता सफल न होने कारण अंधेरा होते ही पुलिस ने लाठी चार्ज कर जाम हटाया। जाम को सदर विधायक भी समर्थन दे रहे थे। विद्यार्थियों की मांगें साफ थीं-परीक्षा में हो रही धांधलियों पर रोक लगाई जाए और जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को रद्द कर एक पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए।
प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों का आक्रोश झलक रहा था। विद्यार्थी मांग कर रहे थे कि झारखंड की भर्तियों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और परीक्षा प्रक्रिया को सरकार निष्पक्ष बनाए। इसके साथ ही जेएसएससी,सीजीएल परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाए, परीक्षा प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाए। परीक्षा और भर्तियों में हो रही धांधलियों की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
हजारीबाग बंद ने शहर में आम जनजीवन को प्रभावित किया, विद्यार्थी अपनी मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखेंगे। इस दौरान विधायक प्रदीप प्रसाद का सहयोग और समर्थन उनके लिए हौसले को और मजबूत किया।विधायक के कहने के बाद भी विद्यार्थी जाम नहीं हटा रहे थे।
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