धनबाद (विशेष संवाददाता) : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन निजी अस्पतालों में होने वाले इलाज को लेकर कई शिकायतें आ रही हैं। इसी क्रम में नावाडीह स्थित आम्रपाली अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के बावजूद मरीज से पैसे मांगने का मामला आया है। शिकायत मिलने पर सिविल सर्जन में कमेटी गठित कर मामले की जांच करने को कहा है।
गिरिडीह की रहने वाली उर्मिला देवी का कुल्हा टूट गया। इलाज के लिए उन्हें आम्रपाली अस्पताल में भर्ती कराया गया। मरीज के परिजनों का आरोप है कि यहां के डॉक्टर ऑपरेशन के लिए 10 हजार रुपए मांग रहे हैं। 10 हजार रुपए नहीं देने पर, कूल्हे का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है।
परिजनों ने पैसे मांगने की शिकायत सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा को दी। शिकायत मिलने पर सिविल सर्जन ने कमेटी गठित कर आम्रपाली अस्पताल में टीम को भेजा। टीम में डॉक्टर विकास राणा समेत अन्य डॉक्टर और पदाधिकारी शामिल हुए, जिन्होंने अस्पताल जाकर मामले की जांच की।
अस्पताल में टीम ने की जांच
टीम के सदस्यों ने मरीज उर्मिला देवी और उनके परिजनों से बातचीत की। परिजनों ने बताया कि डॉक्टर का कहना है कूल्हे के ऑपरेशन में लगभग 30 हजार रुपए आयुष्मान भारत के तहत अस्पताल को मिलते हैं। जबकि पूरा ऑपरेशन पर 50 हजार रुपये तक खर्च हो सकते हैं। ऐसे में अतिरिक्त खर्च मिलने के बाद ही ऑपरेशन किया जा सकता है। दोनों पक्षों से बातचीत करके टीम ने अपनी रिपोर्ट सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा को सौंप दी है।