हजारीबाग : ‘चरनी में जो लेटा है, ईश्वर का वह बेटा है’. इसी संदेश के साथ शनिवार की मध्यरात्रि के बाद बालक यीशु को सर्वप्रथम हजारीबाग धर्मप्रांत के बिशप आनंद जोजो ने चूमा और फिर उन्हें चूमने को ख्रीस्तीय विश्वासियों का तांता लग गया. इस बीच बिशप ने कहा कि पूरी दुनिया को प्रेम और शांति का संदेश देने के लिए बालक यीशु के रूप में प्रभु का दूत बनकर जन्मा है. शनिवार की रात से रविवार की सुबह तक हजारीबाग के तीनों गिरजाघर कैथोलिक आश्रम, सीएनआई और जीइएल चर्च गुलजार रहे. सुबह में मिस्सा पूजा के साथ प्रभु यीशु की प्रार्थना की गई. फिर ख्रीस्तीय विश्वासियों ने प्रभु का दिया भोग ग्रहण किया और एक-दूजे को हैप्पी क्रिसमस, मेरी क्रिसमस कहकर बड़ा दिन की बधाई दी. देर रात्रि प्रार्थना के बाद आतिशबाजी और नाच गान कर सभी ने खुशियों का इजहार किया. साथ ही प्रभु का महिमा गान किया.
बिशप आनंद जोजो ने अपने सहयोगी पल्ली पुरोहित फादर अंटोनी, फादर रेमंड, फादर विजय, फादर प्रदीप, फादर सैजू, फादर जॉर्ज और डीक्कन संतोष के साथ मिलकर कथोलिक आश्रम महागिरजाघर में मिस्सा पूजा संपन्न कराया.
संत स्टीफन सीएनआई गिरजाघर में भी मध्य रात्रि और अहले सुबह प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. पल्ली पुरोहित मनोज नाग, फादर जेएल बोदरा और फादर अरुण बरवा के साथ मिलकर प्रभु यीशु के जन्म दिवस का संदेश दिया और साथ में देश व राज्य की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की.
ईसाई समुदाय ने अपने घर जा कर केक, अडसा, निमकी आदि जैसे पकवान आनंद उठाया. साथ में मित्रों और रिश्तेदारों को भी खिलाया. बच्चों में विशेष उत्साह देखने मिल रहा है. नई पोशाक, स्वादिष्ट व्यंजन पा कर सभी उत्साहित हैं. साथ में प्रभु येसु के जन्म स्थल गौशाला का प्रतीक “चरनी ” को और भी आकर्षक सुसज्जित बनाने में लगे हुए हैं. युवा “जिंगल बेल, जिंगल बेल ” और विभिन्न आदिवासी गाने जैसे “प्रभु येसु जनम लेला” आदि गाने पर थिरक रहे हैं.
गैर ईसाई समुदाय के बीच भी क्रिसमस की धूम और उल्लास का माहौल बना रहा. कैथोलिक आश्रम महागिरजाघर, सीएनआई गिरजा नया बस स्टैंड और जीईएल चर्च सिंघानी में युवा से लेकर परिवार के सदस्यों ने आ कर प्रभु यीशु का दर्शन किया और मोमबत्ती-अगरबत्ती जला कर प्रार्थना की. साथ में केक और मिठाइयों का आनंद उठाया. इस अवसर पर काफी संख्या में सभी समुदाय के लोगों का गिरजाघर आने का तांता लगा हुआ है.