वाराणसी। रामनगरी अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इससे पहले बाबा विश्वनाथ की नगरी में पूजित अक्षत कलश यात्रा निकाली जा रही है। रविवार को काशी मध्य भाग के सभी 10 नगरों में कलश यात्रा विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ संतों और मातृशक्ति ने निकाली। श्री संकट मोचन मंदिर से महापौर अशोक तिवारी के नेतृत्व में अक्षत कलश यात्रा निकाली गई।
अस्सी डुमरावबाग स्थित काशी सुमेरूपीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी नरेंद्र आनंद सरस्वती भी कलश यात्रा में शामिल हुए। कलशयात्रा में महापौर अशोक तिवारी ने श्री संकटमोचन दरबार, त्रिदेव मंदिर,काशी विश्वनाथ दरबार, कालभैरव सहित नगर के सभी देवताओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए पूजित अक्षत से निमंत्रित किया। देवताओं को निमंत्रण देते समय स्वामी सुधीर आनंद महाराज भी उपस्थित रहे। यात्रा में प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’कैंट भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष कन्हैया, मंत्री आनंद पांडेय,संयोजक शशि भूषण त्रिपाठी, सत्य प्रकाश आदि भी शामिल हुए।
रविवार को काशी उत्तर भाग से भी कलश यात्रा व प्रभात फेरी निकाली गई। चौबेपुर थाना क्षेत्र के उमरहां से निकली अक्षत पूजित कलश यात्रा में अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक सुधीर आनंद महाराज भी शामिल हुए। इस अवसर पर कथावाचक ने कहा कि प्रभु श्री राम त्याग तपस्या के प्रतिमूर्ति थे। उनके बताए मार्गों पर चलकर ही संपूर्ण विश्व में शांति कायम हो सकती है। 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्री राम के बाल्य काल की मूर्ति स्थापित होने जा रही है। उस दिन पूरे देश में दीपावली मनेगी। उन्होंने कहा कि 550 वर्षों के बाद हिंदुओं के शौर्य का क्षण आया है। लंबे संघर्ष के बाद 22 जनवरी को प्रभु श्री राम अपने मूल स्थान पर विराजमान होंगे। इस दौरान काशी उत्तर भाग के गृह संपर्क अभियान समिति के संयोजक राहुल सिन्हा,भाग कार्यवाह जितेंद्र, हरिशंकर सिन्हा, विद्यार्थी कार्यवाह अर्पित आदि शामिल रहे।
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