गढ़वा। रीना गिरी हत्याकांड में बड़ी अपडेट सामने आई है। हत्याकांड का गढ़वा पुलिस ने खुलासा किया है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के संतोषी नगर की रहने वाली रीना गिरी हत्याकांड में पुलिस ने मृतिका के ससुर समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
भाई ने की थी बहन के शव की पहचान
आपको बता दें, बीते 30 सितंबर को झारखंड के गढ़वा जिले के बेलचम्पा रेहला पुल के पास महिला का शव मिला था। जिसकी पहचान छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के संतोषी नगर निवासी रीना गिरी के रूप में हुई थी। मृतिका के भाई बदला गिरी 6 नवंबर को पुलिस को दिए गए आवेदन के बाद गढ़वा पुलिस ने बीएनएस की धारा 103(1), 238, 3(5) के तहत केस दर्ज कर जांच में जुट गई।
लड़ाई-झगड़े से तंग आकर रची हत्या की साजिश
गढ़वा पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर चार आरोपियों को गिरफ्तार की है। जिसमें रमेश मंडल, शांति मंडल, लतिका मंडल और बीरा लकड़ा शामिल है। कड़ाई से पूछताछ के बाद आरोपियों ने हत्या में अपनी संलिप्तता को स्वीकारा है। आरोपियों ने बताया कि मृतिका रीना गिरी सास-ससुर और पति के साथ हमेशा लड़ाई-झगड़ा करती थी। जिससे तंग आकर आरोपियों ने उसकी हत्या की साजिश रची। बीते 29 सितंबर की शाम को मृतिका रीना गिरी को बहला फुसलाकर गाड़ी में बैठाया। अपहरण कर गढ़वा लाकर हत्या कर कोयल नदी पुल के नीचे हाथ और मुंह बांधकर फेंक दिया।
पुलिस को किया गया गुमराह
गढ़वा पुलिस के द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार अपहरण के दौरान रमेश मंडल के मोबाइल से मृतका रीना गिरी के द्वारा पति गुरूचंद मंडल को फोन भी करवाया गया था। जिसमें मृतिका कहती है कि “मैं बहुत दूर जा रहीं हूं, चिंता मत करना।” यह फोन पुलिस को गुमराह करने के लिए किया गया था। जिससे यह लगे कि रीना गिरी की हत्या नहीं बल्कि वो खुद कहीं चली गई है। गढ़वा पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए होंडा अमेज कार (CG30F3479) और दो मोबाइल फोन भी जब्त की है।
छापामारी दल
गढ़वा थाने के पु०अ०नि० मुकेश यादव, (अनुसंधानकर्ता), पु०अ०नि० प्रदीप यादव, आरक्षक राहुल कुमार, आरक्षक धर्मेंद्र प्रसाद, म0स0पु0- प्रियंका मिंज।
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