रांची (Jharkhand Politics:)। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन सरकार बहुमत साबित करेगी। इससे पहले रविवार को दो निर्दलीय विधायकों ने इस सरकार को समर्थन देने से इंकार कर दिया है।
इनमें एक पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर (पूर्वी) विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक सरयू राय और दूसरे हजारीबाग जिले के बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक अमित कुमार यादव हैं। सरयू राय ने कहा है कि वह सोमवार को झारखंड विधानसभा में होने वाले विश्वास मत पर तटस्थ रुख अपनाएंगे। (Jharkhand Politics:) वह मतदान नहीं करेंगे। सरयू राय ने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने उनसे अब तक समर्थन नहीं मांगा है और न ही उनसे संपर्क किया है। भाजपा या किसी अन्य विपक्षी दल ने भी उनसे संपर्क नहीं किया है। इसलिए उन्होंने तटस्थ रहने का मन बनाया है।
कामकाज देखने के बाद ही उनकी सरकार के बारे में आकलन कर पायेंगे: सरयू
सरयू राय ने कहा कि चम्पाई सोरेन अभी नए-नए मुख्यमंत्री बने हैं। उनके कामकाज को देखने के बाद ही उनकी सरकार के बारे में कोई आकलन कर पाएंगे। सदन में वह रचनात्मक भूमिका निभाएंगे। साथ ही कहा कि सत्ता या विपक्ष किसी को उनकी जरूरत नहीं है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर सरयू राय ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो नेता ने जान-बूझकर मक्खी को निगला। (Jharkhand Politics:)
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने अपने आसपास ऐसे लोगों को रखा, जो उनके लिए हानिकारक साबित हुए। विधायक ने कहा कि उन्हें कई बार सचेत किया गया लेकिन उनका कृत्य ‘पांव पर कुल्हाड़ी’ नहीं, ‘कुल्हाड़ी पर पांव’ मारने वाला रहा। सरयू राय ने झारखंड के नए मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन को भी सलाह दी है कि वे अलग लकीर खींचें। उन्होंने कहा कि चम्पाई सोरेन कह रहे हैं कि हेमंत सोरेन ने विकास की लंबी लकीर खींची है लेकिन अब चम्पाई सोरेन को अलग और लंबी लकीर खींचनी चाहिए। बरकट्ठा के निर्दलीय विधायक अमित कुमार यादव ने कहा कि उनका मत राज्यहित में होगा। वह सरकार के खिलाफ मतदान करेंगे। (Jharkhand Politics:)
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