नई दिल्ली। ये भी कोई क्रिकेट मैच था। गिल्ली-डंडा से भी बदतर। भारत के बैटर पस्त, बॉलर बदहवास, फील्डर या तो दिख नहीं रहे थे, और दिखे भी तो बस गेंद से पिछड़ते हुए। करोड़ों रुपए का आईपीएल चालू कर के क्या फायदा जब आपके पास टैलेंट नहीं है। आईपीएल में भी अकेले इंडिया का बॉलर या बैटर नहीं जीता पाता है।
रो-हिट, किंग कोहली, मिस्टर 360 डिग्री, कुंगफू पंड्या, स्विंग का किंग… बस कहने के। बल्ला लेकर 8 खिलाड़ी मैदान पर उतरे, 6 लौट आए, टोटल 168 रन बनाकर। वो भी खींचतान कर।
इंग्लैंड के दो बल्ले मैदान पर आए और हर ओवर में तकरीबन 10.62 रन पीटते हुए 16 ओवर में खेल खत्म कर दिया। एलेक्स हेल्स का स्ट्राइक रेट 183 था, रन 86, 4 चौके और 7 छक्के। कप्तान जोस बटलर का स्ट्राइक रेट 163 था, रन 80, 9 चौके और 3 छक्के।
टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में हुए टोटल 16 सेमीफाइनल में किसी टीम की ये सबसे बड़ी हार, या सबसे बड़ी जीत है। जीत-हार के लिहाज से एक रिकॉर्ड बना है और एक की बराबरी हुई है।
इंग्लैंड ने भारत को हराकर सेमीफाइनल में सबसे अधिक 10 विकेट से जीत का रिकॉर्ड बनाया है। साथ ही सबसे कम ओवर में जीत की बराबरी भी की। टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने ही 16 ओवर में श्रीलंका को हराया था। 12 साल पहले, यानी 2010 में। ये मैच वेस्टइंडीज में खेला गया था।
भारत की गलतियां और इंग्लैंड की कामयाबी की वजह जानने से पहले पूरे मैच पर एक नजर डाल लीजिए..
गेंदबाजी में इंडिया की 3 बड़ी गलतियां
1. अर्शदीप को दूसरा ओवर नहीं देना
पावर प्ले में अर्शदीप ने एक ओवर में 8 रन दिए। 4 बॉलर्स में सबसे कम इकॉनमी थी। रोहित ने उन्हें दूसरा ओवर नहीं दिया, जबकि वे शुरुआत में विकेट दिलाते हैं। उन्हें दूसरा ओवर नहीं देना कप्तान के तौर पर रोहित की बड़ी गलती रही।
2. भुवी ने स्विंग नहीं कराई, अक्षर लेंथ में कमजोर
भुवनेश्वर कुमार जब पहला ओवर लेकर आए तो उन्हें स्विंग मिल रही थी, लेकिन तीसरी ही गेंद पर रोहित ने पंत को आगे से कीपिंग करने को कहा। यानी भुवनेश्वर के आगे गेंद डालकर स्विंग कराने के चांस एकदम खत्म हो गए। अक्षर पटेल ने ज्यादातर छोटी लेंथ की गेंदें फेंकी, जिन्हें बटलर और हेल्स ने बाउंड्री में तब्दील किया।
3. टीम इंडिया ने लड़ाई भी नहीं की
पूरे मैच के दौरान इंग्लैंड ही हावी दिखी। इंडिया बल्लेबाजी के दौरान भी प्रेशर में रही और गेंदबाजी के दौरान। गेंदबाज 10वें ओवर के बाद ही हिम्मत हार गए। लड़ाई का जज्बा दिखाई नहीं दिया।
बल्लेबाजी में भारत की 3 गलतियां…
1. केएल राहुल जल्दी आउट
दूसरे ही ओवर में केएल राहुल ने क्रिस वोक्स को विकेट दिया। बाहर जाती गेंद को उन्होंने कीपर को थमा दिया। यहीं से दबाव बढ़ गया और पावर प्ले में बल्लेबाजी धीमी रही।
2. रोहित ने जमने के बाद विकेट दिया
ओपनिंग करने आए रोहित शर्मा 27 रन बनाने के बाद 9वें ओवर में आउट हो गए। तब जरूरत थी कि वे कम से कम 15 ओवर तक बल्लेबाजी करें।
3. सूर्या का गेमप्लान फेल
आदिल रशीद ने बढ़िया गेंदबाजी की। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन दिए। उनके आखिरी ओवर में सूर्या ने आक्रामक शॉट खेलने की कोशिश की और आउट हुए। इस ओवर के बाद अटैक करते तो रनरेट भी बढ़ता और दबाव भी न पड़ता।
हार्दिक का पावर प्ले बेकार गया…
इंडिया की ओर से विराट ने फिफ्टी लगाई और आउट हो गए। हार्दिक जमे हुए थे। उन्होंने 33 गेंदों पर 63 रन बनाए। स्ट्राइक रेट 190 रहा। 4 चौके और 5 छक्के मारे। एक वक्त 150 से कम में सिमटती दिखाई दे रही इंडिया को 168 रन तक पहुंचा दिया। लड़ने लायक स्कोर था पर भारत की खराब गेंदबाजी के चलते हार्दिक की ये पारी बेकार चली गई।
इंग्लैंड हर मोर्चे पर हावी रहा…4 पॉइंट
1. बटलर-हेल्स का आक्रामक खेल
इंग्लिश ओपनर्स बटलर और हेल्स ने शुरू से ही आक्रामक खेल दिखाया। हर ओवर में 10 रन मारे और पूरे मैच के दौरान ये रनरेट कभी नीचे नहीं आया। इसके चलते भारतीय गेंदबाज दबाव में आ गए।
2. वोक्स ने केएल राहुल को दूसरे ओवर में आउट किया
मार्क वुड चोटिल थे तो खेले नहीं। ऐसे में पूरी जिम्मेदारी क्रिस वोक्स पर थी। उन्होंने जल्दी ही सफलता दिलाई। दूसरे ओवर की चौथी बॉल पर उन्होंने केएल राहुल को 5 रन के स्कोर पर आउट कर दिया। इंग्लैंड यहीं से हावी हो गया।
3. लेग स्पिनर्स रशीद-लिविंगस्टोन ने रनरेट बढ़ने नहीं दिया
आदिल रशीद और लियाम लिविंग्स्टोन ने रनरेट को बढ़ने नहीं दिया। रशीद ने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन दिए यानी हर ओवर में सिर्फ 5 रन। लिविंगस्टोन ने 3 ओवर में 21 रन दिए यानी हर ओवर में 5 रन।
4. फॉर्म में चल रहे सूर्या को आदिल ने फंसाया
फॉर्म में चल रहे सूर्या चौका और छक्का लगा चुके थे, लेकिन उन्हें आदिल ने फंसा लिया। अपने आखिरी ओवर में उन्होंने सूर्या के मनपसंद स्पॉट पर बॉल डाली पर रफ्तार धीमी कर दी। सूर्या एक्स्ट्रा कवर पर किंग सॉल्ट को कैच थमा बैठे।