हजारीबाग : हजारीबाग में अब आने वाले दिनों में लंबी दूरी की ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि इसका पूरा श्रेय हजारीबाग और रामगढ़ की जनता के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है. 23 साल पहले रेलवे लाइन बनाने का काम शुरू किया गया था. इसमें कुल चार सुरंग बनाए गए हैं. योजना पूर्ण करने के लिए 3800 करोड़ रुपए खर्च किया गया है. मुख्य रूप से साकी से सिलवार तक ट्रायल किया गया. इसकी दूरी 27 किलोमीटर है. कोडरमा से रांची तक 200 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बिछाया गया है.
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने यह जानकारी दी कि वर्तमान समय में हम लोग सेफ्टी सर्टिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही फाइनल रिपोर्ट आ जाएगी, वैसे ही लंबी दूरी की ट्रेन शुरू हो जाएगी. फिलहाल लंबी दूरी की तीन ट्रेन चलने की तैयारी चल रही है. इनमें रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस रांची से हजारीबाग महज डेढ़ घंटे में यात्री पहुंच जाएंगे. इसके लिए बहुत कम पैसे का भुगतान भी करना पड़ेगा. प्रत्येक दिन रांची से पटना ट्रेन चलाने की बात चल रही है. वहीं रेल मंत्रालय से रांची से दिल्ली वाया हजारीबाग होते हुए ट्रेन चलाने के लिए उन लोगों ने प्रपोजल भी दिया है. इस पर भी वार्ता चल रही है.
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय मार्च 1999 में कोडरमा रांची रेल लाइन के लिए शिलान्यास किया गया था. लेकिन यूपीए की केंद्र सरकार में उदासीनता के कारण योजना धरातल पर नहीं उतरी. जैसे ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने, वैसे ही इस योजना पर काम करना शुरू कर दी गई. फरवरी 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया. उन्होंने हजारीबाग वासियों को वादा किया था कि बहुत जल्द ही हजारीबाग से लंबी दूरी की ट्रेन चलेगी और इसे रांची से जोड़ा जाएगा. इसके बाद से हर रोज इस क्षेत्र में काम किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हजारीबाग से लंबी दूरी की ट्रेन चलाने की जनता की बहुप्रतीक्षित मांग है. यह संभव हो पाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण.
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि ₹38 करोड़ से रेलवे स्टेशन में डिपो बनाने को लेकर शिलान्यास किया गया था. लेकिन कोविड के कारण योजना धरातल पर उतरने में दो साल का विलंब हुआ. फिर से टेंडर किया जा चुका है. मेंटेनेंस डिपो बनने से लंबी दूरी की ट्रेन यहां पहुंचेगी. इसका लाभ यहां के लोगों को मिलेगा.