हजारीबाग : हजारीबाग में पिछले एक साल में 16 व्यक्ति को आजीवन कारावास और एक व्यक्ति को 20 वर्ष की सजा सुनाई गई. वहीं हजारीबाग पुलिस ने कुल 46 अपराधियों को सजा सुनाई. हजारीबाग पुलिस कप्तान मनोज रतन चौथे ने एक साल में सजा पर अधिक जोर दिया है. हजारीबाग पुलिस ने सोमवार को अपनी सालभर की उपलब्धियों को साझा किया. एनडीपीएस कांड में कुल 43 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. वही करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थ जब्त किए गए. हजारीबाग पुलिस ने अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 23 लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं 9000 क्विंटल जावा महुआ नष्ट किया, तो लगभग 3932 देसी और 14658 विदेशी शराब जब्त की गई.
हजारीबाग में अवैध कोयला का व्यवसाय करने वाले 139 लोगों पर प्राथमिकी की गई, जबकि 135 कांड थाने में दर्ज किए गए. इनमें 47 ट्रक, पांच हाईवा, 33 ट्रैक्टर, 36 बोलेरो एवं पिकअप वैन, 14 टेंपो और 63 मोटरसाइकिल जब्त की गई. बालू एवं पत्थर के अवैध कारोबारियों के खिलाफ भी एक साल में बड़ी कार्रवाई की गई. इनमें कुल 76 लोगों को जेल भेजा गया और 60 मामले थाने में दर्ज किए गए. इस दौरान 16 ट्रक, 15 हाईवा और 93 ट्रैक्टर जब्त किए गए. पशु तस्करी के मामले में कुल 49 लोगों को जेल भेजा गया और 40 मामले दर्ज किए गए. पुलिस ने 441 मवेशियों को पकड़ा. इस दौरान चार कंटेनर, छह ट्रक और 23 पिकअप वैन जब्त किए गए.
नक्सल कांड में 31 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें 13 टीपीसी, एक माओवादी, आठ जेजेएमपी और नौ विभिन्न आपराधिक गिरोह के सदस्य शामिल हैं. इस मामले में 19 प्राथमिकी दर्ज किया गया. अगर जब्ती की बात की जाए, तो दो देसी कार्बाइन, इंसास राइफल, पांच राइफल, एक बंदूक, आठ पिस्टल, 336 जिंदा कारतूस और 52 पीस डेटोनेटर बरामद किए गए.
हजारीबाग पुलिस कप्तान ने जानकारी दी कि सालभर में अलग-अलग मामलों में 1801 लोगों की गिरफ्तारी हुई. वहीं झारखंड का सबसे खूंखार भाकपा माओवादी कारू यादव को गिरफ्तार किया गया. विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत दो बार केन बम बरामद किया गया. हजारीबाग पुलिस का यह भी कहना है कि अनिल भुइयां को उनलोगों ने आत्मसमर्पण करवाया. यह एक बड़ी सफलता मानी जा सकती है. एक साल में हजारीबाग में कुल 4393 अपराधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए. वहीं हजारीबाग पुलिस ने कोशिश की है कि जिन लोगों के मोबाइल गुम हुए, उन्हें तलाश कर मोबाइल दिया जाए. ऐसे में 110 मोबाइल उनलोगों ने बरामद किए और जिनका मोबाइल गुम हुआ था, उन्हें वापस दिए गए.