बलरामपुर, अनिल गुप्ता : रक्त दान को लेकर आज भी लोगों के मन में कई सारी गलत धारणाएं मौजूद हैं. ज्यादातर लोग ऐसा सोचते हैं कि ब्लड डोनेट करने से कमजोरी आ जाती है और फिर कई बीमारियां लग सकती हैं जों कि पूरी तरह से गलत धारणा है. रक्तदान हम सभी की सामुदायिक जिम्मेदारी है. एक रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में जाने वाले सात लोगों में लगभग एक व्यक्ति को खून की जरूरत होती है, कई बार खून की कमी से लोगों की जान तक चली जाती है.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की खबर के अनुसार हमारे देश की आबादी का केवल 37 प्रतिशत लोग ही रक्तदान करने योग्य है लेकिन उनमें से भी 10 प्रतिशत से कम लोग हर साल ब्लड डोनेट करते हैं. ब्लड प्रकृति द्वारा हमे दिया गया सबसे मूल्यवान उपहार है. हम इसके माध्यम से लोगों की कई तरह से मदद कर सकते हैं. काफी कम लोग यह बात जानते हैं कि रक्तदान करने से हमारे शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता बल्कि यह हमे कई तरह से फायदा पहुंचाता है.
गुरुवार को रक्तदाता सेवा समिति की और से रात के करीब 10 बजे रक्तदान किया गया. रक्तदान में मनीष प्रताप देव, कृष्णा ठाकुर एवं सुनील प्रजापति सामिल हुए. जिसमे मनीष प्रताप ने सिक्लिंग पेशेंट सोनिया देवी (23) बेलसर निवासी को अपना अमूल्य रक्तदान किया. मनीष प्रताप का यह सातवां रक्तदान है. कृष्णा ठाकुर के द्वारा मुकेश सोनहरा निवासी जो थैलेसीमिया से ग्रस्त है. इनको हर माह ग्रुप के द्वारा ब्लड उपलब्ध कराया जाता है. मुकेश थैलेसीमिया पेशेंट के लिए यह आठवां रक्तदान है. इनके पिताजी अवधेश यादव रक्तदाता सेवा समिति के सक्रिय सदस्य है. वहीं सुनील प्रजापति के द्वारा एबी पॉजिटिव किडनी पेशेंट को अपना रक्तदान किया. यह तीनों रक्तवीरों ने जीवनदायिनी का काम किया है.
संस्था के सदस्यों से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने कहा कि लोग कहते है की रक्तदान करते समय फोटो नहीं खिचवाना चाहिए इस पर हम कहते है कि रक्तदान के लिए कोई आगे तो आए, हम तो ढोल बजवा देंगे. आगे उन्होंने कहा किसी की जिंदगी बचाने से ज्यादा आनंद किसी और काम में नहीं. अवसर कभी-कभी आपके दरवाजे पर दस्तक देती है, इसीलिए इसे कभी न जाने दे और जब भी मौका मिले रक्तदान जरूर करें. मौके पर आनंद गुप्ता, अविनाश गुप्ता, सूर्य प्रकश कुशवाहा एवं अन्य लोग उपस्थित थे.
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