खूंटी। खूंटी शहर को रोज-रोज के जाम से मुक्ति दिलाने के लिए खूंटी नगर पंचायत द्वारा मुख्य शहर से लगभग एक किलोमीटर नये बस पड़ाव का मिर्नाण कराया जा रहा है, लेकिन 2021 में शरू हूआ निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। परिणामस्वरूप तीन वर्षों से यह कार्य अधर में लटका हुआ है।
खूंटी जिले का गठन 2007 में हुआ था, लेकिन अब तक एक भी बस स्टैड का निर्माण नहीं कराया गया है, जबकि हर दिन इस क्षेत्र में एक सौ से अधिक बसों का परिचालन होता है। जिला मुख्यालय होने के कारण खूंटी शहर में भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। यहां दर्जनों स्कूल कॉलेंज और सरकारी-गैर सरकारी शिक्षण संस्थान और कार्यालय है। इसके कारण यहां के लोगों को हर दिन जाम की गंभीर समस्या सें दो-चार होना पड़ता है। खूंटी थाना के समीप बसें और अन्य छोटे यात्री वाहन खड़े रहते हैं। भगत सिंह चौक के पास भी हर दिन काफी संख्या में यात्री वाहन लगे रहते हैं। बताया गया कि बस स्टैंड का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था और इसे डेढ़ वर्षों में तैयार करना था, लेकिन तीन वर्ष कें बाद भी निर्माण कार्य अब तक अधूरा है।
खूंटी नगर पंचायत के पूर्व वार्ड पर्षए और भाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष सुरेश जायसवाल ने कहा कि रांची-खूंटी रोड पर लगभग दो करोड़ 50 लाख रुपये की प्राक्कलित राशि से बना रहे बस स्टैंड को 2023 में ही पूरा हो जाना था, लेकिन अब यह आधा-अधूरा पड़ा है। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया होता, तो खूंटी में सड़क किनारे बसों को खड़ा करके पैसेंजर उतारना-चढ़ाना नहीं पड़ता। बस स्टैंड के पास दुकानों के बन जाने से वहां कुछ लोगों का रोजगार भी मिलता है।
नामकुम निवासी अमिताभ साहू ने बताया कि तीन वर्ष से बन रहा बस स्टैंड अब तक तैयार नहीं हुआ है। इसके कारण शहर में हमेशा जाम की स्थिति बन जाती है। इस पर न तो नेता-मंत्री बात करते हैं और न ही कोई अधिकारी। राजू महतो ने कहा कि बस स्टैंड बन जाने से खूंटी के लोगों को काफी सहूलियत होती। उन्होंने कहा कि जिस ढंग से बस स्टैंड का निर्माण कराया जजा रहा है, उससे वहां जल जमाव का खतरा हो सकता है। बस स्टैंड को सड़क से काफी नीचे बनाया जा रहा है।
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