हजारीबाग। पहली बार हजारीबाग में शून्य से नीचे माइनस में तापमान पहुंच गया है। 16 जनवरी को माइनस प्वाइंट फाइव (-0.5 डिग्री) न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है। 15 जनवरी को तापमान शून्य डिग्री पर था। हजारीबाग केंद्रीय वर्षाश्रित उपराउं भूमि चावल अनुसंधान केंद्र (सीआरयूआरआरएस) मासीपीढ़ी, हजारीबाग से तापमान का यह रिकॉर्ड दर्ज किया गया। वैसे पिछले सप्ताहभर से लगातार तापमान में गिरावट जारी है।
12-13 जनवरी को 2.5 डिग्री और 14 जनवरी को पारा दो डिग्री पर था। राइस रिसर्च सेंटर के मैदान में बर्फ जमने के भी प्रमाण मिले हैं। वहीं इतने कम तापमान से घास मुरझा गए हैं। हाड़ कंपा देने वाली ठंड से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कृषि विशेषज्ञों की मानें, तो नए पौधों और फसलों को इससे नुकसान पहुंचा है। पाला लगने से परेशानी हुई है। डॉक्टर एम. सिंह का कहना है कि इस ठंड में खासकर बच्चों और बुजुर्गों को बच कर रहने की जरूरत है। अभी मॉर्निंग वाक नहीं करना चाहिए। पूरी तरह धूप निकलने पर ही सैर करने जाएं। हृदय, किडनी, ब्लड प्रेशर, शुगर, दमा आदि मरीजों को सेहत का ख्याल रखना चाहिए।
ठंड के प्रकोप से बचें। गुनगुना पानी और ताजा भोजन लें। शरीर पर सरसों तेल मालिश कर बंद कमरे में गुनगुने पानी से स्नान करें और धूप का पर्याप्त सेवन करें। देर शाम घर के अंदर कंबल, रजाई आदि में चले जाएं। घर के अंदर सावधानी से रूम हीटर और बोरसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। अभी आग अमृत के समान हो गई है। जिला प्रशासन और विभिन्न संगठनों की ओर से शहर में अलाव की व्यवस्था की गई है। हालांकि फुटपाथ पर गुजर-बसर करनेवालों को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। जरूरतमंदों को इस ठंड में सहयोग करने की जरूरत है।
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