रायबरेली। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों में उल्लास और उमंग है। इस दिन को दीपोत्सव की तरह मनाने की भी तैयारी है। जिसका असर बाज़ारों में भी देखने को मिल रहा है। दीपोत्सव के लिए मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ गई है। इसे तैयार करने के लिए बड़े पैमाने पर कुम्हार रात-दिन काम में जुटे हुए हैं। रायबरेली में शहर के अलावा गावों में इस काम में जुटे कुम्हारों के पास बड़ी संख्या में दीयों की मांग आ रही है, जिसकी पूर्ति के लिए तेज़ी से काम किया जा रहा है।
रायबरेली के तेलियाकोट निवासी कुम्हार छोटेलाल का कहना है कि ‘ठंड तो बहुत है,लेकिन शीतलहर से ज्यादा राम की लहर है। दिवाली की तरह तैयारी चल रही है। एक लाख से ज्यादा का दीयों का आर्डर है। इसको पूरा करने के लिए दिन रात-दिन मेहनत करनी पड़ी रही है।’ इस काम में जुटे रामू प्रजापति ने बताया कि राम मंदिर आंदोलन में हम जेल में बंद रहे। हमारे जीते-जीते राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो रही है, हम धन्य हो गए।
इसके अलावा ऊंचाहार के भड़डू प्रजापति, जगन्नाथ, सुरेश, कृष्ण कुमार का कहना है कि आसपास के गावों से दीयों की मांग आ रही है,ऐसा लग रहा है कि एक बार फिर दिवाली मनाई जा रही है। सभी इस काम में लगे हैं। दीयों की मांग लगातार बढ़ रही है और घर-घर दीपोत्सव मनाने की योजना है। लोगों को इस दिन का बेसब्री से इंतज़ार है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक अमरजीत ने बताया संघ एवं विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता गांव स्तर पर 16 जनवरी से मंदिरों की साफ-सफाई एवं गांवों में संकीर्तन की योजना बनाकर 22 जनवरी को दीपावली मनाने की तैयारी पूरी करेंगे। जिला कार्यवाह ने बताया कि सभी पुराने मंदिरों की साफ-सफाई कर वहां पर दीप प्रज्ज्वलित करने की जिम्मेदारियां पूर्ण कर ली गयी है।
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