..जब मासूमों ने उम्मीद छोड़ दी, छत्तीसगढ़ में बढ़ती नाबालिग आत्महत्याएं बन रहीं समाज का आईना

बलरामपुर, विष्णु पाण्डेय। छत्तीसगढ़ के आकाश में प्रतिदिन एक नई सुबह उगती है, लेकिन कहीं न कहीं उसी सुबह एक मासूम ज़िंदगी बुझ भी जाती है। ये वे बच्चे हैं जो हंसते-खेलते दिखाई देते हैं, पर भीतर से टूटी हुई उम्मीदें और अनकही तकलीफ़ें लेकर जी रहे होते हैं। पढ़ाई का दबाव, पारिवारिक कलह और … Continue reading ..जब मासूमों ने उम्मीद छोड़ दी, छत्तीसगढ़ में बढ़ती नाबालिग आत्महत्याएं बन रहीं समाज का आईना